मुंबई में पति कमाता रहा, गांव में पत्नी चचेरे ससुर संग रचाने लगी नई कहानी; 20 हजार के इनाम के बाद भी लापता

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ रिश्तों की परिभाषा को उलझा दिया है, बल्कि गांवभर में खलबली मचा दी है। यहां एक महिला अपने पति की गैरमौजूदगी में उसके चचेरे ससुर के साथ फरार हो गई। पति मुंबई में मजदूरी कर रहा था और जब वह घर लौटा तो न पत्नी थी, न ससुर। अब वह पत्नी की तलाश में दर-दर भटक रहा है और उसकी सुरक्षित वापसी के लिए ₹20,000 का इनाम भी घोषित कर चुका है।

गांव में रिश्तों की सीमा टूटी, मोहब्बत ने लांघी लकीरें

मुज़फ्फरपुर के औराई थाना क्षेत्र के एक गांव में रिश्तों की मर्यादा को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। शोभा देवी नाम की एक विवाहित महिला अपने ही चचेरे ससुर सुनील सहनी के साथ अचानक 6 जून को फरार हो गई। दोनों के ग़ायब होने की खबर मिलते ही गांव में सनसनी फैल गई है।

पति लौटकर आया तो उजड़ चुका था घर

विष्णु सहनी, जो मुंबई में रहकर मज़दूरी करता है, कुछ समय के लिए गांव लौटा तो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। उसकी पत्नी घर से गायब थी और साथ ही गायब था सुनील, जो रिश्ते में विष्णु का चचेरा ससुर लगता है। दोनों की खोज के लिए विष्णु ने ₹20,000 का इनाम भी घोषित कर दिया है।

13 साल पुराना रिश्ता और मासूम बेटा भी नहीं रोक सका मोहब्बत

विष्णु और शोभा की शादी को 13 साल हो चुके हैं और दोनों का एक 7 साल का बेटा भी है। लेकिन पत्नी ने न पति की परवाह की, न बेटे की ममता दिखाई। कहा जा रहा है कि पति के बाहर रहने का फायदा उठाकर शोभा और सुनील के बीच नजदीकियां बढ़ीं और दोनों एक-दूसरे से मिलने लगे।

काले अतीत वाला सुनील, पत्नी को बेचने का डर

विष्णु के पिता ने पुलिस में दी गई शिकायत में बताया कि सुनील एक आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। वह पहले अपनी पहली पत्नी की हत्या के आरोप में जेल जा चुका है और दूसरी पत्नी से उसके तीन बच्चे हैं। अब जब वह तीसरी बार किसी महिला को लेकर भागा है, तो परिवार को डर है कि कहीं वह शोभा को बेच न दे।

पुलिस जांच में जुटी, चार लोगों पर केस दर्ज

परिवार की शिकायत पर औराई थाना पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और दोनों की तलाश शुरू कर दी गई है। गांव के लोग भी इस घटना को लेकर चकित हैं और तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं।

ये मामला सिर्फ एक भागने की कहानी नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण समाज में बढ़ते भावनात्मक अकेलेपन, रिश्तों की अस्थिरता और सामाजिक ताने-बाने की गिरती बुनियाद को भी उजागर करता है। पुलिस दोनों को खोजने में जुटी है, लेकिन रिश्तों की जो चोट पीछे छूट गई है, उसका इलाज शायद ही जल्दी हो।